अपनी कब्र खोद रहा है पाक
वाशिंगटन, (एजेंसी)...अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान को खुद को नष्ट करने की राह पर चलता बताया है। सांसद एड रॉयस ने विकिलीक्स के रहस्योद्घाटन के बाद कहा कि भारत के खिलाफ अपनी सनक से पाकिस्तान खुद के लिए कब्र खोद रहा है। अब आईएसआई की विध्वंसकारी भूमिका का पर्दाफाश हो गया है।
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की अच्छे और बुरे तालिबान में अंतर करने की कोशिशें अनियंत्रित हो जाएगी।' विकिलीक्स ने रविवार को अमेरिकी सेना के इतिहास के अब तक के सबसे बड़े खुफिया दस्तावेजों को 'द वार लॉग्स' शीर्षक से जारी किया है। इसके अनुसार अल कायदा और तालिबान को अब भी आईएसआई से सहायता मिल रही है।
रॉयस ने कहा कि वे पिछले कई साल से आईएसआई के विनाशकारी भूमिका के बारे में बात कर रहे हैं। रॉयस भारत और भारतीय अमेरिकियों के कांग्रेसी समूह के सह अध्यक्ष हैं।
विकिलीक्स द्वारा 92 हजार खुफिया दस्तावेजों को सार्वजनिक किए जाने की कई अमेरिकी सीनेटरों ने आलोचना की है। साथ ही आईएसआई के तालिबान और अल कायदा के संबंधों पर चिंता जाहिर की है। सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष सीनेटर आइक स्केलटन ने कहा, 'खुफिया दस्तावेज मेरे बयान की पुष्टि कर रहे हैं कि अफगानिस्तान में युद्ध सही दिशा में नहीं जा रहा। उसके लिए हमें ठोस रणनीति की जरूरत है।' उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज अफगानिस्तान पर हमारी नई रणनीति से पहले के हैं। इसे वहां जारी मिशन की सफलता का पैमाना नहीं बनाना चाहिए।
सीनेटर जॉन मैक्केन ने खुफिया दस्तावेजों के उजागर होने को राष्ट्रीय सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने अमेरिकी सरकार से इस स्रोत को उजागर करने वाले को दंड दिए जाने की मांग की है। सीनेटर कार्ल लेविन ने कहा, 'कुछ दस्तावेज अफगानिस्तान में जारी आतंकवाद में कुछ पाकिस्तानी अधिकारियों की भूमिका के बारे में चिंता बढ़ाते हैं।' यह दस्तावेज 2004-09 की अवधि की हैं।
नुकसान का जायजा ले रहा पेंटागन
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन विकिलीक्स द्वारा 92 हजार से अधिक गोपनीय दस्तावेजों के रहस्योद्घाटन से नुकसान की समीक्षा कर रहा है। साथ ही इस बात की जांच कर रहा है कि किसने अफगान युद्ध से संबंधित सैन्य दस्तावेजों को उजागर किया?
पेंटागन के प्रवक्ता ज्योफ मोरेल ने फॉक्स चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, 'हमारी प्राथमिकता यह पता लगाने की है कि यह हमारी सेना को जोखिम में तो नहीं डाल रहा। हम पता लगाना चाहते हैं कि इसके पीछे कौन है।'
विकिलीक्स द्वारा सार्वजनिक किए गए अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ युद्ध संबंधी गोपनीय दस्तावेजों की प्रतियां न्यूयॉर्क टाइम्स, ब्रिटिश दैनिक गार्जियन और जर्मनी की साप्ताहिक पत्रिका डेर स्पीगल को पहले ही उपलब्ध कराई दी गई थी।
मोरेल ने कहा कि विकिलीक्स ने विभाग को सर्तक करना भी जरूरी नहीं समझा। इससे पहले जिम्मेदार समाचार संगठनों ने ऐसे दस्तावेजों के प्रकाशन से पहले पेंटागन से संपर्क किया है और जानने की कोशिश की है कि इससे हमारी सेना को नुकसान तो नहीं पहुंचेगा।
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